आज बिरज में होली रे रसिया lyrics | होली के पौराणिक लोकगीत
आज बिरज में होली रे रसिया lyrics | होली के पौराणिक लोकगीत आज बिरज में होली रे रसिया, होली रे रसिया, बरजोरी रे रसिया। उड़त गुलाल लाल भए बादर, केसर रंग में बोरी रे रसिया। बाजत ताल मृदंग झांझ ढप, और मजीरन की जोरी रे रसिया। फेंक गुलाल हाथ पिचकारी, मारत भर भर पिचकारी रे … Read more