पत्थर वर्गी Patthar Wargi Lyrics in Hindi
क्यूँ रोयी नहीं पुछदा
ते की होयी नहीं पुछदा
साथ चल रही कि ना
के मैं मोहि नहीं पुछदा
क्यूँ रोयी नहीं पुछदा
ते की होयी नहीं पुछदा
साथ चल रही कि ना
के मैं मोहि नहीं पुछदा
मैं तेरे बिना ता यारा
राज पे पत्थर वर्गी या
जिदे कोई क़दर नहीं हुंदी
जीनी कोई नहीं पुछदा
मैं तेरे बिना ता यारा
राज पे पत्थर वर्गी या
जिदे कोई क़दर नहीं हुंदी
जीनी कोई नहीं पुछदा…
मैं हुन पछतौनिया
ऐसे गल दा रोना ऐ
मैं सोच सोच मर्जु
कि हुन तू कीदा होना ए
हुन चलियाँ वे नींदा
क्यूँ सोयी नहीं पुछदा
किंज दुनिया दे अक्के
मैं पीन लूं कोई नहीं पुछदा
कोई नहीं पुछदा
मैं तेरे बिना ता यारा
राज पे पत्थर वर्गी या
जिदे कोई क़दर नहीं हुंदी
जीनी कोई नहीं पुछदा
मैं तेरे बिना ता यारा
राज पे पत्थर वर्गी या
जिदे कोई क़दर नहीं हुंदी
जीनी कोई नहीं पुछदा
ऐ ज़िंदगी छोटी जी
तू ना इंज लगा जानी
आ मुड़ के आ जानी
थोड़ा तरस दिखा जानी
मेरी ज़िंदगी नर्क च ही
क्यूँ होयी नहीं पुछदा
जो मेरा सी अपना
हुन मैनूं वोई नहीं पुछदा
कोई नहीं पुछदा
मैं तेरे बिना ता यारा
राज पे पत्थर वर्गी या
जिदे कोई क़दर नहीं हुंदी
जीनी कोई नहीं पुछदा
मैं तेरे बिना ता यारा
राज पे पत्थर वर्गी या
जिदे कोई क़दर नहीं हुंदी
जीनी कोई नहीं पुछदा